राजस्थान की गर्म और चमकदार धूप अब सिर्फ गर्मी का कारण नहीं बल्कि कमाई का बड़ा जरिया भी बन गई है। ACME Solar Holdings Ltd. ने बीकानेर जिले में अपने ACME Sikar Solar Power Project का दूसरा चरण सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। इस प्रोजेक्ट की कुल क्षमता 300 मेगावाट है, जिसमें से अब तक 165 मेगावाट की उत्पादन क्षमता चालू हो चुकी है। 19 मई 2025 को शुरू हुए इस दूसरे चरण में 112.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा उत्पादन की सुविधा जोड़ी गई है, जबकि पहले चरण में इसी महीने की शुरुआत में 52.5 मेगावाट की शुरुआत की गई थी।

780 मिलियन यूनिट बिजली हर साल – एक बड़ी छलांग
इस प्रोजेक्ट के पूरी तरह चालू हो जाने के बाद हर साल करीब 780 मिलियन यूनिट स्वच्छ बिजली पैदा होगी, जो न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी बेहद लाभकारी है। इतनी बड़ी मात्रा में बिजली उत्पादन से देश की बिजली ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी और साथ ही यह क्लीन एनर्जी उत्पादन को भी बूस्ट करेगा। खास बात यह है कि इस बिजली को पावर एक्सचेंजों पर मर्चेंट बेसिस पर बेचा जाएगा, जिससे कंपनी बाजार के अनुसार कीमत तय करके ज्यादा मुनाफा कमा सकती है।
ACME Solar की बढ़ती ताकत
इस नई शुरुआत के साथ ACME Solar की कुल ऑपरेशनल क्षमता अब बढ़कर 2,705 मेगावाट हो गई है, जो पहले 2,592.5 मेगावाट थी। यह दिखाता है कि कंपनी तेजी से अपने ग्रीन एनर्जी पोर्टफोलियो को बढ़ा रही है और भारत में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। यह सिर्फ ACME Solar के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है क्योंकि यह दिखाता है कि हम नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति कितने गंभीर हैं।
राजस्थान: रेगिस्तान से ऊर्जा उत्पादन का केंद्र
राजस्थान की जलवायु सौर ऊर्जा के लिए एकदम उपयुक्त है। यहां साल में 300 से ज्यादा दिन तेज धूप रहती है, जिससे सौर पैनलों को भरपूर रोशनी मिलती है। इसी वजह से राज्य धीरे-धीरे देश का सोलर हब बनता जा रहा है। ACME Sikar जैसी परियोजनाएं न केवल बिजली पैदा कर रही हैं, बल्कि वे राजस्थान को एक ऊर्जा उत्पादन केंद्र में बदल रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और राज्य को आर्थिक मजबूती मिल रही है।
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