सोलर पैनल और AC का कॉम्बिनेशन सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, पर यह बिलकुल मुमकिन है! सोलर पैनल सूरज की रोशनी को एनर्जी में कन्वर्ट करते हैं, जिसे हम फिर अपने घर के इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेस को चलाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। AC भी उन्हीं अप्लायंसेस में से एक है।
सोलर पैनल और AC: एक परफेक्ट मैच 🤝
सोलर पैनल और एयर कंडीशनर एक दूसरे के लिए बने होते हैं। जब गर्मियों में सूरज की रोशनी सबसे ज्यादा होती है, तब हमें AC की भी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस समय सोलर पैनल भी अधिकतम बिजली उत्पन्न करते हैं। यह संयोग आपको अपने AC को चलाने के लिए मुफ्त और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करता है।
लेकिन ध्यान रखें, एक साधारण सोलर सेटअप AC चलाने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता। AC एक हाई पॉवर वाला उपकरण है जो बहुत अधिक बिजली की खपत करता है। इसलिए, आपको एक विशेष सोलर सिस्टम की आवश्यकता होगी जो इस मांग को पूरा कर सके।
सोलर AC सिस्टम की आवश्यकताएं 📋
- सोलर पैनल: आपके AC की क्षमता के आधार पर, आपको कई सोलर पैनल की आवश्यकता होगी। एक 1.5 टन का AC चलाने के लिए लगभग 2-3kW क्षमता के सोलर पैनल की जरूरत होती है।
- इन्वर्टर: एक विशेष सोलर इन्वर्टर जो DC को AC में बदल सके और AC के उच्च स्टार्टअप करंट को संभाल सके।
- बैटरी बैंक: रात के समय या कम धूप वाले दिनों में AC चलाने के लिए बैटरी आवश्यक है।
- चार्ज कंट्रोलर: यह उपकरण बैटरी को ओवरचार्जिंग से बचाता है और सिस्टम की दक्षता बढ़ाता है।
- एनर्जी मीटर: यह आपको बताता है कि कितनी बिजली उत्पन्न हो रही है और कितनी खपत हो रही है।
सोलर पैनल से AC चलाने की प्रक्रिया 🔧
सोलर पैनल से AC चलाने के लिए आपको निम्नलिखित उपकरणों की आवश्यकता होगी:
- सोलर पैनल
- सोलर इन्वर्टर
- बैटरी बैंक
- चार्ज कंट्रोलर
- AC यूनिट
प्रक्रिया इस प्रकार है:
- सोलर पैनल सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जो की DC करंट होती है।
- यह DC (डायरेक्ट करंट) विद्युत चार्ज कंट्रोलर में जाती है।
- इन्वर्टर DC को AC (अल्टरनेटिंग करंट) में बदलता है।
- चार्ज कंट्रोलर बैटरी बैंक को चार्ज करता है और बाकि की बिजली AC चलाने के काम आती है।
- इन्वर्टर से आई अल्टरनेटिंग करंट आपके एयर कंडीशनर को चलाने के लिए उपयोग की जाती है।
ध्यान दें कि आपको एक विशेष सोलर- AC कोम्बो की आवश्यकता हो सकती है जो कम वोल्टेज पर काम कर सके।
सोलर लगाने में सरकार दे रही है भारी सब्सिडी
पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत केंद्र सरकार 60% की सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा राज्य सरकारें भी सोलर लगाने पर अलग से 15-30% की सब्सिडी और दे रही है। ऐसे में अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाना आज के समय में काफी सस्ता हो गया है। पीएम सूर्यघर योजना के तहत केवल ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ही लगाया जाता है यानी की आपका सोलर सिस्टम ग्रिड से कनेक्टेड होता है।
इस प्रकार के सिस्टम में बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि रात में या ख़राब मौसम में आपके घर बिजली ग्रिड से आती है, ऐसे में AC चलाने वालो के और अच्छा काम हो जाता है। AC चलाने के लिए आपको कंटिन्यू बिजली की आवश्यकता होती है। इसके अलावा AC चलाने के लिए आपको बड़ी बैटरी की आवश्यकयता होती है , जो काफी कॉस्टली पड़ती है।
सोलर AC में नवीनतम तकनीकी प्रगति
सोलर एनर्जी और एयर कंडीशनिंग के क्षेत्र में लगातार नए शोध और विकास हो रहे हैं। आइए देखें कुछ ऐसी नवीनतम तकनीकें जो सोलर AC सिस्टम को और अधिक कुशल और प्रभावी बना रही हैं:
- बाइफेशियल सोलर पैनल: यह पैनल दोनों तरफ से सूर्य की रोशनी को अवशोषित कर सकते हैं, जिससे उनकी क्षमता 30% तक बढ़ जाती है। इससे कम जगह में अधिक बिजली उत्पादन संभव हो पाता है। 🔋
- पेरोव्स्काइट सोलर सेल: यह एक नई सामग्री है जो सिलिकॉन की तुलना में सस्ती है और अधिक कुशलता से बिजली का उत्पादन करती है। इससे सोलर पैनल की लागत कम होगी और दक्षता बढ़ेगी।
- स्मार्ट इन्वर्टर: AI और मशीन लर्निंग से लैस ये इन्वर्टर आपके उपयोग पैटर्न को सीखते हैं और उसी के अनुसार बिजली का प्रबंधन करते हैं। इससे सिस्टम की दक्षता बढ़ती है और बिजली की बचत होती है।
- थर्मल एनर्जी स्टोरेज: यह तकनीक दिन के समय अतिरिक्त सौर ऊर्जा को थर्मल ऊर्जा के रूप में संग्रहित करती है, जिसे रात में AC चलाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सोलर-पावर्ड अब्जॉर्प्शन चिलर: यह सीधे सौर ऊर्जा का उपयोग करके ठंडा करने की प्रक्रिया को संचालित करता है, जिससे बिजली की खपत कम होती है।
- IoT इंटीग्रेशन: इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डिवाइसेस आपके सोलर AC सिस्टम को स्मार्टफोन से नियंत्रित करने की अनुमति देते हैं। आप रियल-टाइम में अपने सिस्टम की निगरानी कर सकते हैं और उसे अनुकूलित कर सकते हैं। 📱
- माइक्रोइन्वर्टर तकनीक: प्रत्येक सोलर पैनल के लिए एक अलग इन्वर्टर का उपयोग करके, यह तकनीक सिस्टम की समग्र दक्षता को बढ़ाती है और एक पैनल के खराब होने पर भी पूरे सिस्टम को प्रभावित नहीं होने देती।
- हाइब्रिड सोलर-विंड सिस्टम: कुछ नवीनतम सिस्टम सौर ऊर्जा के साथ पवन ऊर्जा का भी उपयोग करते हैं, जिससे 24/7 बिजली उत्पादन सुनिश्चित होता है।
इन नवीनतम तकनीकों के साथ, सोलर AC सिस्टम न केवल अधिक कुशल हो रहे हैं, बल्कि अधिक किफायती और उपयोगकर्ता के अनुकूल भी बन रहे हैं। भविष्य में, हम और भी अधिक नवाचारों की उम्मीद कर सकते हैं जो सौर ऊर्जा को और भी सुलभ और व्यापक रूप से अपनाया जा सकता है।
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Sir, mai Satish Chandra shrivastava, H/No 68 Bara Mahadewa PIN 233001 ne Post Office Peer Nagar Ghazipur me registered karaya hai. Kya wah registration baidhya hai?
5 केवी का सोलर पैनल लगवाने के लिए।